क्यों शीघ्रपतन भारतीयों में बहुत बड़ी संख्या वाला रोग है ?
शीघ्रपतन के कुछ कारण हो सकते है ,पर उनमे सबसे महत्वपूर्ण कुछ है, हमें देखना चाहि। भारत दुनिया का सबसे डिप्रेस्ड देश है ,आप यकीं नहीं करेंगे कामुकता का हमारे मन मस्तिष्क से गहरा नाता है। यदि मन शांत दैनिक समस्या नियंत्रण में हो तो संतुष्टि अवश्य मिलती है। इसे सरल वाक्यों में समझ सकते है -
१ विश्व के कई शोधकर्ता ये मानते है की ६ से १० मिनट का सम्भोग संतोष के लिए पर्याप्त है ,पर लोगो को वासना की और लम्बी छह इसे कम मानती है हुए हमे लगता है की हमारा शीघ्रपतन हो रहा है।
२ यकींन माने तो एजकुलेटिंग में नियंत्रण छूटना एक बड़ी समस्या है। और शीघ्रपतन का मुख्या कारण है
a।भारत में ज्यादातर सम्भोग से पहले रोमांस नहीं करते जिससे योनि में खून पर्याप्त नहीं जा पाता और ejaculation में नियंतरण नहीं हो पाता।
b किसी बीमारी के कारण योनि की पेशिया कमजोर हो जाती है। खाना पीना अच्छा करे और शरीर को समय दे , भोजन में पौष्टिक तत्वों का बहुत काम है।
c अत्यधिक व्यायाम से मंश्पेशिया फट जाती है फिर भी नियंत्रण नहीं रहता भारत में कई लोग लम्बे समय तक कार्य करते रहते है
,बहुत देर तक चलते और खड़े रहते है।
d अधिक मोटापा मांशपेशियों को नियंत्रण करने में मुश्किल करता है ,कई लोग भारत में आलसी हो गए है ,खासकर शहरो में।
e अधिक हस्तमैथुन से नसे कमजोर होती है। इसके बजाय आप लिंग की मालिश कर सकते है ,शहरो में खासकर युवा बहुत खली और अकेले रहते है।, पढ़ाई का जोर भारत में बहुत है।
३ अधिक उत्सुकता भी शीघ्रपतन करवाती है ,हमे उस समय में रहना चाहिए और सम्भोग के दौरान मधुर संगीत लगाना चाहिए
भारत में सम्भोग बहुत छुपाया जाता है ,सेक्स करने को विवाह के बाद मिल पाता है ,जिसमे काफी आयु निकल जाती है और इस समय पर उत्सुकता बेहद बढ़ जाती है।
४ अश्लील फिल्मे नहीं देखना चाहिए वो मन पर विपरीत प्रभाव डालती है ,इंटरनेट ने भारत में विस्फोट किया है ,पोर्न देखने वाला भारत दुनिया का सबसे आगे है ,बचे कम आयु में पोर्न देख रहे है।
५ निराश नहीं होना चाहिए और अपने साथी से निरन्तर बात करनी चाहिए ,नहीं तो डिप्रेशन बढ़ता है और समस्या नहीं।
६ मानसिक तनाव जीवन का दुश्मन है ,ऐसे कम करे इससे जीवन बिखर जाता है और गहरा असर सम्भोग पर भी पड़ता है।
७ हमे खान पान का सही ध्यान रखना चाहिए और सम्पूर्ण भोजन करना चाहिए।
८ ध्यान जीवन की दैनिक क्रिया होनी चाहिए इससे मानसिक तनाव कम रहता है और जीवन साफ़ दिखने लगता है।
९ कुछ दवा भी इसमें मदद कर सकती है पर मेरा मत मानसिक तनाव को कम रखना है।
१० भारत में सम्भोग को महत्वपूर्ण और पवित्र माना गया है ,यह कामसूत्र का देश है ,यहाँ के मंदिरो के बाहर सम्भोग के गहन चित्र बनाये गए है (खजुराहो )जो ये दर्शाती है सम्भोग बाहरी है जिसके भीतर ईश्वर का निवास है ,हमे मंदिर के बाहर वासनाओ में नहीं रुकना चाहिए ,
गहरे घुसकर ईश्वर को देखना चाहिए ,महिलाओ और पुरुष दोनों में इस मंपेशी का महत्व है ejaculation नियंत्रण करने में ,खली समय में इस पर ध्यान दे और इसका व्यायाम करके मजबूत करे।
सम्भोग की संतुष्टि शरीर में पैदा होने वाले हॉर्मोन से भी जुडी है टेस्टोस्टेरोन पुरुषो में और प्रोजेस्ट्रोन महिलाओ में कामेच्छा को बढ़ता है ,जिसकी कामी से भी अनेक सम्भोग सम्बन्धी समस्या हो सकती है ,जो हमारे मस्तिष्क में गहरा प्रभाव डालते है।
सम्भोग में अपने साथी महिलाओ को भी समझे ,अपनी हर समस्या साझा करे ,प्रेम हर रिश्ते की कुंजी है ,वासनाये अनंत है ,इसके पीछे न भागे ,आगे निकल कर जीवन का असली आनंद ले।
यह तो कभी न सोचे की केवल पुरुष ही सेक्स सम्बन्धी समस्याओ का सामना करते है ,महिलाये अपने उच्च भावुक सवभाव के कारण इसके प्रति अधिक प्रवृत होती है और महिलाये अपनी यौन समस्याओ के बारे में बात करने में और अधिक संकोच करती है जो कभी उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।
शीघ्रपतन एक बिमारी कम और मानसिकता ज्यादा है ,निराशा और गोपनीयता इसे बढ़ा सकती है ,भारत में हमे बातचीत का माहौल बनाना चाहिए ,और ी नटेर्नेट का सही उपयोग सीखना चाहिए।
- शीघ्रपतन एक समस्या है इसका मज़ाक न बनाये ,और सम्भोग पर चर्चा को पाप न समझे। कई लोग इस कारन आत्महत्या भी कर रहे है।
शीघ्रपतन के बारे में एक अगल विचार-
शीघ्र पतन कोई बड़ा रोग नहीं है यह तो एक बीएस मानसिकता है दरअसल ज्ञान की कमी है यह कोई रोग नहीं है जो लोग ऐसा समझते है वो एक बार सेक्स रोग विशेषज्ञ को दिखा ले उनका सारा भ्र्म दूर हो जायेगा।
बात यह है की शीघ्रपतन को जितनी बड़ी बीमारी आप लोग समझते है ,इतनी बड़ी है नहीं उसे बनाया जा रहा है ,इसमें सेक्स प्रोडक्ट बेचने वाली कम्पनिया ,वैध हकीम और पोर्न मूवी के माध्यम से यह भ्रम फैलाया जा रहा है ताकि लोग उनका प्रोडक्ट खरीद सके आपका ब्रैनवॉश किया जा रहा है।
मई आपको बता दू की शीघ्रपतन वो होता है जो सम्भोग शुरू होने से पहले ही वीर्य स्खलन हो जाता है या छूने से ,सोचने से वीर्य स्खलन होना शीघ्रपतन कहलाता है ,या अधिक से अधिक आप सम्भोग २ मिनट से अधिक समय भी आप टिक गए तो आप शीघ्रपतन की काटेगोरी में नहीं आते।
जिन लोगो को शीघ्रपतन वो उनको गलती से है ,लेकिन इसे नेचुरल तरीके से ठीक भी किया जा सकता है ,जिनको ऐसे समस्या है वो डॉक्टर से मिले अपनी समस्या बताये हो सके तो स्त्री पुरुष साथ में जाये।
शीघ्रपतन दूर करने के उपाय-
पुरुषो को अपनी यौन क्षमता को बनाये रखने के लिए विटामिन्स ,खनिज लवण एवं उष्मायुक्त पौष्टिक भोजन की आवश्यकता है ,यौन क्षमता को बढ़ने वाली और बनाये रखने वाली कुछ खाद्य बस्तुए -जैसे = मिल्क ,चुकंदर ,गाजर ,शलजम ,अंकुरित दाल ,केसर ,शिलाजीत,दालचीनी,अदरक ,पिपरमेंट ,etc यह सभी पदार्थ अत्यधिक कामोत्तेजक होते है ,इनके अलावा खुरासानी अजवाइन ,शतावर ,आदि जड़ी बिटिया भी अत्यधिक प्रभावशाली होती है इसलिए प्राचीन काल से ही इनका उपयोग यौन क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता है
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शीघ्रपतन होता क्या है?पहले ये समझने की जरुरत है भारत ही नहीं ,दुनिया के 95 % पुरुष 5 से 6 मिनट से ज्यादा सम्भोग नहीं कर पता और इसको शीघ्रपतन नहीं कहते ,अक्सर लोगो के मन में इसके प्रति वहां होता है और ये धारणा बन जाती है की वो शीघ्रपतन के रोगी है ये सब पोर्न फिल्मे देखकर और दूसरे लोगो के अनुभव से बनते है जोकि सच नहीं होती ,पोर्न फिल्मो में वो शूटिंग से पहले मेडिसिन लेते है और उनको शूट भी अलग अलग समय में करते है जिससे ऐसा लगता है कि उनका स्टैमिना ज्यादा है।
अब आपको बताते है कि शीघ्रपतन उसको बोलते है जब आप यौन क्रिया करने से पहले है आप स्खलित हो जाये या करने के १० से १५ सेकंड में हो जाये लेकिन आप २ से ३ मिनट भी लगाते है तो इसको शीघ्रपतन नहीं कहा जाता अब ये क्यों होता है इसके भी अलग अलग कारण होते है , सबसे पहला तो मानसिक डर कि मेरा जल्दी हो जायेगा वैसे इसके बहुत से इलाज आ गए है ,बहुत सी कंपनी इसकी दवाई बना रही है लेकिन वो कोई भी कारगर इलाज नहीं है इसके लिए आप कुछ यो और कसरत से आप जरूर फायदा पा सकते है लेकिन अगर आप ये काम करे तो बहुत जल्द आप इससे छुटकारा पा सकते हो बिना किसी पैसे के ,आप अपने शिश्न कि मालिश करे तेल के साथ और हस्थमैथुन करे जब आपको लगे कि आपका स्खलन होने वाला है तो आप हस्थमैथुन करना छोड़ दे इस तरह आप कम से कम ५ से ७ बार करे और इसको करते रहे २ से ३ महीनो में आप देखोगे कि आपका टाइम बढ़ गया है एक बार अनुभव करके जरूर देखे। (लेकिन इस प्रक्रिया को अपनाने कि सलाह हम नहीं देंगे।
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